Thursday, 24 August 2023

उज्जयिनी शक्तिपीठ

 यह शक्तिपीठ महाकाल मंदिर में है। यहां सती का ओष्ठ गिरा था। इसे अवंतिका यानी उज्जैन की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। इसकी आराधना से साधक को यश और कीर्ति मिलती है तथा शहर का चहुमुंखी विकास भी देवी के आशीर्वाद से हो सकता है। महाकाल में पालकी द्वार के पास श्रीराम मंदिर के पीछे देवी अवंतिका का मंदिर है। ज्योतिषविद् पं. आनंदशंकर व्यास के अनुसार मुंबई की मुंबा देवी के समान ही अवंतिका देवी का भी महत्व है। यह शहर की अधिष्ठात्री देवी है। देवी का उल्लेख देवी भागवत में भी है। कल्याण के शक्ति अंक में भी इस शक्तिपीठ के बारे में जानकारी दी गई है। अवंतिका देवी मंदिर के पुजारी पं. लोकेश व्यास के अनुसार यह देवी शक्तिपीठ पुराण प्रसिद्ध है।

 प्रतिमा स्वयं-भू है। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में विराजित देवी  शक्तिपीठ है |

इस मंदिर में राजा विक्रमादित्य ने मां को प्रसन्न करने के लिए अपना शीश चढ़ाया था. इस मंदिर में दो 51 फीटे के ऊंचे स्तंम्भों पर 1100 दीये जलाए जाते हैं.

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